मगर तू कट्टर बनता है, तो यह हम सब को धोखा है। मगर तू कट्टर बनता है, तो यह हम सब को धोखा है।
नफरत न फैल जाए, संभल जाओ चमन वालों । कुछ दौर ही ऐसा है सब , मिल के संभालो। नफरत न फैल जाए, संभल जाओ चमन वालों । कुछ दौर ही ऐसा है सब , मिल के संभालो।
क्या लेकर आया था तू क्या लेकर के जाएगा लेकर कंधों पर एक दिन तुझे राम नाम बोलेंगे हरेक क्या लेकर आया था तू क्या लेकर के जाएगा लेकर कंधों पर एक दिन तुझे राम ना...
ऊँच-नीच का भेद न करते सबको गले लगा लेते हैं पर, षडयंत्र माफ नहीं करते ऐसी ही नियति बना रखे ... ऊँच-नीच का भेद न करते सबको गले लगा लेते हैं पर, षडयंत्र माफ नहीं करते ऐ...
यही जीवन की रीत यही जीवन की रीत
स्त्रियों पर बढ़ते अपराध से रोषित होकर कवि समाज से अपने बच्चों को नैतिकता का पाठ पढ़ाने की मांग की है। स्त्रियों पर बढ़ते अपराध से रोषित होकर कवि समाज से अपने बच्चों को नैतिकता का पाठ ...